चंडीगढ़
इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि हरियाणा की राजनीति में बड़ा धमाका होने जा रहा है। जिन्होंने चौधरी देवीलाल के साथ काम किया उनके साथ लड़ाई लड़ी। चौधरी देवीलाल ने प्रोफेसर संपत सिंह को वित्त मंत्री बनाया। ये उनके नवरत्नों में शामिल थे। आज संपत सिंह हमारे बीच मौजूद हैं। मैं उनका स्वागत करता हूं। आज गुरुपर्व भी है। गौरव संपत सिंह का भी स्वागत है।
इस मौके पर प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि मैं अभय चौटाला और रामपाल माजरा का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने मुझे काम करने के लिए मंच दिया। मैं जो शिक्षा और अनुभव चौधरी देवीलाल के साथ रहतो हुए हासिल किया था। इसके लिए काम करने के लिए मुझे प्लेटफार्म दिया है। मेरा एक सपना है, बहुत कौशिश की गई कि हरियाणा में भाजपा का विकल्प ढूंढा जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब मेरा यही लक्ष्य है मेरी अपनी पार्टी इनेलो हरियाणा में भाजपा के सामने एक अच्छा विकल्प बने। लोग जो बदलना चाहते हैं हम उस बदलाव की राह पर चलें।
पिछले 16 सालों में हरियाणा के लोगों को ठगा गया है। राहुल गांधी बार बार एससी बीसी और वोट चोरी की बात करते हैं। यह सारी बातें मैंने अपने इस्तीफे में लिखें है। मेरा लिए बुरा दिन था जब मैं इनेलो छोड़ कर कांग्रेस में गया था। कांग्रेस में कई लोगों ने मुझे घर बैठाने की कोशिश की। मेरी वजह से ये 5-6 सीटें जीते।
मुझे कहीं कोई जगह नहीं दी गई। साल 2016 के राज्यसभा चुनाव के बारे में क्षए बोलते नहीं हैं और वोट चोरी की बात करते हैं। इन्होंने राज्यसभी चुनाव में पेन बदला। वो किसने बदला था। और ये वोट चोरी की बात करते हैं। अपने बेटे को राज्यसभा भेजा।
जब आपको सीएम बनाया आपने कृष्ण हुड्डा का इस्तीफा लिया। फिर अपने बेटे को चुनाव लड़ा दिया।
इन चुनावों में जीतने वाले लोगों की टिकटें काट दी और जिनके पास धन बल था उनको टिकट दे दिए। कुमारी सैलजा के खिलाफ टिप्पणी की गई। इन्होंने कारवाई करने की जगह उसे वायरल किया। फिर आप एससी बीसी की बात करते हैं।
एक बार 80 के दशक में चौधरी देवीलाल के पास 8 विधायक थे तब मैं भी उनके साथ आ गया था। चौधरी देवीलाल ने हाथ पकड़ कर मुझे राजनीति सिखाई। मैं पद छोड़ता था वो देते थे। मैं करता था कि सब आप मुझे ही देते हो बाकी नेता नाराज हो जाएंगे।
लेकिन वो फिर भी मुझ पर ही विश्वास करते थे।
उन्होंने कैसिनो एक्ट बंद किया था। क्योंकि इससे गरीबों को नुक्सान हो सकता था।
चौधरी देवीलाल 9 विधायकों के साथ चले थे। 1987 में 85 पर आगे निकल गए। अलग अलग लोगों को लेकर आए।
कांग्रेसी एक परिवार में आकर कैदी बन गए। मैं एक साल से इंतजार कर रहा था। हमें लग रहा था कि चुनाव के बाद पार्टी में बदलाव आएगा। लेकिन फिर उसी परिवार को वापिस लाया गया। तो ये पार्टी कहां रह गई।
कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं। लेकिन ये क्या कभी सड़क पर दिखे। 4 महीने से किसानों के घर और खेत डूबे हुए हैं। इन्होंने क्या किया। किसानों को खाद नहीं मिल रहा।
सरकार एचकेआरएन के माध्यम से युवाओं का शोषण कर रही है। इन्होंने इसके खिलाफ क्या किया। आज इनेलो के पास दो विधायक हैं। लेकिन मेरी तरफ से यह संकल्प है कि मैं इसे उठाने का काम करूंगा और इनेलो को एक विकल्प बनाऊंगा।
जहां निजीकरण आता है मतलब वहां सरकार फेल है। यूनिवर्सिटी 22 खोल दी। यूनिवर्सिटी को फंड नहीं दे रहे लोन दे रहे हैं। कालेज बंद हो रहे हैं क्योंकि कोर्स एक जैसे हैं।
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं खराब हैं प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज बंद कर दिया। सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं नहीं हैं।
हरियाणा के सबसे बुरे हालात हैं। हमारे युवाओं को विदेशों में मारा जा रहा है।उन्हें वापिस भेजा जा रहा है।
—– अकेले उचाना में आजाद उम्मीदवारों को रूप में 60 हजार वोट चोरी हुई है। उन लोगों ने किसने खड़ा किया। आपने ही किया।
जब चौधरी साहब का निधन हुआ था। उन्होंने कहा था कि पार्टी आप संभालोगे। मुझे ऐसा लग रहा कि वो मेरे बड़े मुझ से कुछ मांग रहे हैं बल्कि मुझे आदेश दे रहे हैं।
एक बार फिर अभय चौटाला और उन्य नेताओं फिर धन्यवाद
अभय चौटाला ने कहा कि चौधरी संपत सिंह ने लिया है। इनेलो के लिए यह बड़ा दिन है। इन्होंने ने चौधरी देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है। हम इनका आभार व्यक्त करते हैं। हमने एक फैसला लिया है। हमारी पार्टी में चौधरी देवीलाल और ओम प्रकाश चौटाला के बाद संपत सिंह और रामपाल माजरा से संघर्ष किया। रामपाल माजरा प्रदेशाध्यक्ष हैं। चौधरी संपत सिंह हमारे सबसे पुराने साथी है। मेरे राजनीति में आने से पहले मंत्री और विधायक रह चुके हैं। इनको संगठन का बहुत अनुभव है। इसलिए हम चौधरी संपत सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय संरक्षक बना रहे हैं।
चौधरी संपत सिंह और रामपाल माजरा को पार्टी छोड़ने के लिए अजय चौटाला ने मजबूर किया।
राहुल गांधी की प्रैस वार्ता को लेकर कहा कि वोट चोरी करनी किसने सिखाई। पहले ये काम कांग्रेस करती थी। अब भाजपा इस काम को आगे बढ़ा रही है। जब कांग्रेस हिमाचल कर्नाटक और तेलंगना न सत्ता में आई तो राहुल ने इनका उदाहरण क्यों नहीं दिया। वहां भी तो वोट चोरी हो सकती थी। ये दोनों चोर चोर मौसेरे भाई हैं।
भाजपा इसलिए सत्ता में आई कि वो अच्छी पार्टी है बल्कि कांग्रेस ने बहुत बड़े बड़े स्कैम किए इसलिए कांग्रेस बाहर हुई। हम विदेशों में जाकर शर्मिंदा होते थे।
सेना पर टिप्पणी नहीं होनी चाहिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
संपत सिंह ने कहा कि 2022 में वोट चोरी हुई थी। रणदीप सुरजेवाला को पहले हरियाणा भेज रहे थे। लेकिन हाईकमान को डर था इसलिए उन्हें राजस्थान भेजा। और अजय माकन को यहां भेजा । वो फिर भी हार गए
मुझे दुख है कि मैंने इनेलो को छोड़ा और 16 साल कांग्रेस में रहा। मेरे 16 साल खराब हुए।
वोट चोरी पर अभय चौटाला ने कहा कि हमने देखा है कि यूपी और बिहार में वोट कैसे डलते थे हमने देखा है। एक आदमी नशीन पर खड़ा होकर ठप्पे लगा कर वोट डलवाता था। तब कांग्रेस की सरकार थी। तब इनको वोट चोरी दिखाई दी।
कुलदीप शर्मा के सवाल पर संपत सिंह ने कहा कि एक परिवार को छोड़ कर सबके फोन आ चुके हैं हम ही अभी सोच रहे हैं।
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